Kalpna Chouhan

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ज़िंदगी का सफर - 💞हमसफ़र के साथ💞 "भाग 98"

इवान और किआरा रात के लगभग 12 बजे होटल पहुचे, उन दोनो ने जब अपने रूम का दरवाजा खोला और अंदर आये, वो एक सुईट था जिसमे दो रूम थे, वो लोग अंदर आये और वहा रखे सोफे पर बैठ गये, किआरा अंदर वाले रूम मे अपना बेग लेकर जाने लगी की तभी उनके रूम का डोर नोक हुआ, किआरा ने बेग वही छोड़ा और दरवाजा खोला तो देखा एक बेटर हाथ मे ट्रोली लिए खड़ा था जिसमे खाने के लिए स्नैक्स, दो कप कॉफ़ी और पानी था जो उसने रूम मे आते बक्त ही मगवा लिया था, बेटर ने सारा सामान इवान के सामने लगी टेबल पर रखा और वापस चला गया, किआरा इवान के पास आई और एक गिलास मे पानी डालकर उसे देते हुए बोली


किआरा :- इवान जी लीजिये पानी पी लीजिये फिर ये स्नैक्स भी खाना है विथ कॉफ़ी

इवान ने किआरा के हाथ से पानी लिया ओर उसे  अपने पास बिठाते हुए बोला

इवान :- तुम भी आओ किआरा यहां बैठो ओर कॉफ़ी ओर स्नैक्स लो

किआरा ( मना करते हुए ) :- नही इवान जी पहले हम चेंज करले फिर ही खायेंगे

इवान :- नही वाइफी पहले तुम मेरे साथ बैठकर कॉफ़ी पिओगी फिर जाओगी चेंज करने ( किआरा ने कुछ कहने की कोशिश की तो उसने कॉफ़ी उसके होठो से लगाई और बोला ) नो आर्गुमेंट वाइफी, चलो अब कॉफ़ी पियो जल्दी

किआरा ने फिर चुप चाप इवान के हाथ से कॉफ़ी का एक घुट लिया और जैसे ही कप अपने हाथ मे लेने को हुई इवान ने उसी कप से कॉफ़ी पीते हुए बोला

इवान :- नो वाइफी ये मेरा कप है तुम अपने कप से पियो ना मेरी कॉफ़ी क्यू ले रही हो

किआरा ने उसकी बात सुन हैरानी से कहा

किआरा :- लेकिन वो कॉफ़ी झूठी है इवान जी

इवान ( प्यार से ) :- तो क्या हुआ झूठी है तो, सुना नही क्या तुमने की झूठा खाने और पीने से प्यार बढ़ता है

किआरा ( शर्माकर ) :- रहने दीजिये ये अब पुराना हो गया है कुछ नया लाइये

इतना बोलकर किआरा कॉफ़ी पीने लगी तो इवान ने अपनी कॉफ़ी ख़त्म कर माग टेबल पर रखा और किआरा के और नजदीक आते हुए शरारत से बोला

इवान :- कुछ नया चाहिए वाइफी आपको तो ठीक है लाइये हम आपकी ये कॉफ़ी अपने होठो से पिला देते है, इससे प्यार सिर्फ बढ़ेगा नहीं बल्कि दोबारा प्यार हो जायेगा

इतना कहकर इवान किआरा के और पास आने लगा तो किआरा के रुखसारो पर गुलाबी रंगत आ गई, वो जल्दी से सोफे से उठी और सोफे के पीछे भागते हुए बोली

किआरा ( हस्ते हुए ) :- इवान जी कॉफ़ी आप बाद मे पिलाइयेगा पर पहले हमे पकड़कर तो दिखाइये

इवान किआरा की बात सुन उसके पीछे भागते हुए बोला

इवान ( शरारत से हस्ते हुए ) :- वाइफी सोच लो अगर एक बार तुम मेरे हाथ आ गई तो मै तुम्हे छोड़ने वाला नही हु, याद है ना कल क्या कहा था आज तो तुम्हारे कोई भी बहाने काम नहीं आने वाले क्युकी यहां कोई नही है, यहां सिर्फ तुम और मै हु और फिर हमारा प्यार होगा

इवान की बात सुन किआरा के कदम शर्म से एक पल के लिए रुक गये, पर वो दोबारा इधर से उधर भागते हुए दूसरे रूम का दरवाजा खोल अंदर आ गई, जब वो अंदर आई तो हैरानी से उसका मुँह खुला का खुला रह गया, इवान जो उसके पीछे पीछे भागते हुए आया था उसके कदम भी रुक गये, क्युकी वो रूम पुरा रेड और वाइट रोज और अर्किड के फूलो से डेकोरेट था, बेड पर बहुत ही खूबसूरती से रेड रोसेस से दिल बना हुआ था और उसके अंदर I&K लिखा हुआ था, और उसके आस पास ही बेड पर रोज पेटलस बिखरी हुई थी, बेड को सफ़ेद पर्दों से ढका हुआ था, और हर तरफ कैंडल्स जलाई हुई थी जिसकी रौशनी उस रूम मे बिखरी हुई थी और इस बक्त वो पुरा रूम बेहद रोमेटिक फीलिंग दे रहा था
इवान ने ये सब कुछ देर अलना सर ना मे हिलाया क्युकी वो समझ गया था की ये सब किसने करवाया है
अध्विक... हाँ अध्विक ने ही तो होटल मे रूम की बुकिंग की थी मतलब ये सब उसका ही कारनाम था, उसने किआरा को देखा जो अभी भी शॉक्ड एक्सप्रैशन के साथ खड़ी थी, उसने किआरा को पीछे से गले लगाया और उसके कान मे सरगोशी करते हुए धीरे से बोला

इवान :- हाँ तो वाइफी क्या कह कह रही थी तुम की पहले पकड़ कर दिखाई फिर कॉफ़ी पिलाने की बात होगी, लो अब पकड़ लिया मैने अब बोलो पिलाऊ कॉफ़ी तुम्हे वो भी मेरे होठो से

किआरा इवान की बात सुन शर्म से गड़ी जा रही थी ऊपर से इवान की उंगलिया जो उसकी कमर पर इधर से उधर चलते हुए उसके अंदर सिरहन पैदा कर रही थी, उसने जोर से अपनी आँखे भींच ली और इवान के हाथ को कस कर पकड़ लिया, इवान ने किआरा को एक नजर मुस्कुराते हुए देखा फिर उसके कंधे पे अपने होंठ रख हल्के से चूम लिया, किआरा सिहर कर उससे छिटक कर दूर हो गई लेकिन जल्द ही उसके कदम रुक गये और उसका हाथ अपने आप अपने कंधे पर पहुंच गया, उसने पलटकर देखा तो उसकी नजर इवान पर पड़ी जो उसकी साड़ी के पल्लू को पकड़े हुए खड़ा था, वो अपनी नजरें नीची कर शर्माते हुए बोली

किआरा :- इ... इवान जी ये... ये आप क्या कर रहे है, प... प्लीज छोड़िये ना

इवान अपना सर ना मे हिलाते हुए उसके पल्लू को अपने हाथो मे समेटते हुए बेहद रोमांटिक अंदाज मे बोला

इवान :- मैने छोड़ने के लिए नही प्यार करने के लिये पकड़ा है वाइफी इसलिए दूर जाने की तो सोचना मत

इतना कहकर इवान ने किआरा को झटके से खुदके करीब खींच लिया तो किआरा उसके सीने पर अपने हाथ रख धीरे से बोली

किआरा :- आपसे दूर जाना भी कौन चाहता है इवान जी, हमे तो आपके पास और आपके साथ रहना है

इवान किआरा की बात सुन मुस्कुरा दिया और उसको खुदके बिल्कुल करीब कर बोला

इवान :- तो फिर दूर क्यू जा रही हो, पास ही रहो ना

किआरा ने इस बार कुछ नही कहा बल्कि उसने आगे बढ़कर इवान की आँखों पर अपनी हथेली रखी और अपने पेरो को उचा उठाकर होले से इवान के होठो को चूम लिया और फिर शर्माकर वापस इवान के सीने मे अपना चेहरा छिपा लिया

*अंग लगा दे रे

मोहे रंग लगा दे रे
अंग लगा दे रे
मोहे रंग लगा दे रे
मैं तोह तेरी जोगनिया
तू जोग लगा डे रेय

जोग लगा दे रे
प्रेम का रोग लगा दे रे
मैं तोह तेरी जोगनिया
तू जोग लगा डे रेय
राम रतन धन
लगन मगन मन
तन मोरा चन्दन रेय
उजली कोरि प्रीत प्यासत
रंग लगा दे रे
अंग लगा दे रे
मोहे रंग लगा दे रे
मैं तोह तेरी जोगनिया
तू जोग लगा डे रेय

रात बंजर सी है
काळा खंजर सी है
रात बंजर सी है
काळा खंजर सी है
तेरे सीने की लौ
मेरे अंदर भी है
तू हवा डे इससे
तोह मेरा तँ जले

जला दे रे सान्ग जला डे रेय
मोहे रंग लगा दे रे
मैं तोह तेरी जोगनिया
तू जोग लगा दे रे..

रास है रात में
तेरी हर बात में
रास है रात में
तेरी हर बात में
बोल मैं क्या करूं
ऐसे हालात में
हूँ मैं तेरी मलंग
तू ही मेरा नशा

चढ़ा दे रे भंग चढ़ा दे रे
प्रेम की भंग चढ़ा दे रे
मैं तो तेरी जोगणिया
तू जोग लगा दे रे
जोग लगा डे रेय
प्रेम का रोग लगा दे रे
मैं तो तेरी जोगणिया
तू जोग लगा डे रेय
राम रतन धन
लगन मगन मन
तन मोरा चन्दन रे
राम रतन धन
लगन मगन मन
तन मोरा चन्दन रे

राम रतन धन
लगन मगन मन
तन मोरा चन्दन रे
राम रतन धन
लगन मगन मन
तन मोरा चन्दन रे
राम रतन धन
लगन मगन मन
तन मोरा चन्दन रे
राम रतन धन
लगन मगन मन
तन मोरा चन्दन रे.*

इवान ने किआरा का चेहरा अपनी हथेलियो मे थामा और उसके होठो को सिद्धत से बेतहाशा चूमने लगा जैसे प्यासे को दरिया मिल गया हो, किआरा उस एहसास मे एहसास मे खो गई और इवान का साथ देने लगी, इवान ने किस करते हुए ही धीरे से किआरा को अपनी गोद मे उठाया और बेड की तरफ बढ़ गया, उसने जैसे ही किआरा को बेड पर लिटाया किआरा उससे छुटकर पलट गई, इवान एक पल को मुस्कुराया फिर उसने किआरा की पीठ पर अपने होंठ रख दिये, किआरा की पकड़ बेडशीट पर कस गई, इवान ने किआरा की पीठ से होते हुए उसके कंधे पर किस करना शुरु किया और धीरे से किआरा के ब्लाउज की हुक खोल दी, किआरा जल्दी से पलट कर इवान की बाहो मे छिप गई, इवान ने आगे बढ़कर साइड लैंप बुझाया और पास लटक रही डोर खींच दी जिससे पर्दों ने बेड को घेर लिया, इवान ने फिर वापस किआरा को अपनी आगोश मे भर उस पर अपने प्यार की बरसात करने लगा और किआरा उस बरसात मे भीगते हुए खुद मे सिमट रही थी ।

उसी समय शिमला एयरपोर्ट पर एक शख्स एयरपोर्ट से बाहर आया और अपने कदम आगे बढ़ा दिये, उसके चेहरे पर कुटिल मुस्कुराहट थी और उसकी आँखों मे शिमला को बर्बाद करने की चमक, वो आगे बढ़ते हुए एक टैक्सी मे बैठा और निकल गया अपनी मंजिल की और ।

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अगली सुबह किआरा की नींद खुली तब सुबह के 7 बज रहे थे, उसकी नजर उसे बाहो मे लेकर सोये हुए इवान पर गई तो वो शर्मा गई, उसे बीती रात के वो सभी पल याद आ गये थे जो उन दोनो के बीच गुजरे थे, उसने इवान के माथे पर अपने होंठ रख उसे मॉर्निंग विश किया और खुद को चादर मे लपेट वॉशरूम चली गई, कुछ देर बाद वो बाहर आई तो उसने एक वाथरोब पहना हुआ था, किआरा हेयर ड्रायर से अपने बाल सुखाने लगी, हेयर ड्रायर की आवाज से इवान की नींद खुल गई, उसने सामने देखा तो किआरा को वाथरूब पहने अपने बाल सुखाते देख उसकी सांस अटक गई, क्युकी इस बक्त किआरा ने जो बाथरूब पहना था वो उसके घुटनो तक ही था ओर बाल सुखाने के कारण उसका कंधा और चेस्ट का वो हिस्सा हल्का हल्का दिखाई दे रहा था जहा उसने कल रात लव बाइट दिये थे, जिससे उसकी सांसे गहरी हो गई
इवान बेड से उठा और किआरा के पीछे जाकर खड़ा हो गया, किआरा की नजर जब इवान पर गई तो वो शर्मा गई और अपना चेहरा झुका लिया, इवान ने अपनी चिन उसके कंधे पर रखी और उसकी कमर पर अपनी बाह लपेटकर धीरे से बोला

इवान :- सुबह सुबह मुझे फिर से बहकाने का इरादा है क्या वाइफी

किआरा ने असमंजस इवान की तरफ देखा तो इवान ने उसे पीछे झुकाकर उसके गले पर किस किया फिर हल्के से उसके सीने पर किस कर वापस उसे ठीक से बिठाया और उसे आईने मे देखने का इशारा किया, किआरा ने जब अपनी नजरें उठाकर आईने मे खुद को देखा तो उसने जल्दी से अपने हाथ बढाकर अपना बाथरॉब ठीक किया और उठने लगी तो इवान ने उसे अपनी बाहो मे कस लिया और उसके कानो को चूमते हुए बोला

इवान :- कहा चली वाइफी मेरे अरमानो को जगाकर

किआरा ( शर्माकर धीरे से ) :- जाने दीजिये ने इवान जी हमे जाना है

जाने की बात सुन इवान की पकड़ किआरा पर से ढीली पड़ गई, किआरा जल्दी से उसकी बाहो से निकली और कपड़े लेकर वापस वॉशरूम मे भाग गई
वही इवान के कानो मे अभी भी उसकी आवाज गुंज रही थी जाना है, इवान उस रूम से बाहर आया और बालकनी मे जाकर बैठ गया, इस समय हल्कि हल्कि बारिश हो रही थी, इवान उस बारिश को देखने लगा, ठंडी हवा झोंके उसके चेहरे पर पड़ रहे थे जिससे उसने अपनी आँखे बंद कर ली, उसकी आँखों से आँशु की एक बुंद निकली जो नीचे बह गई

किआरा चेंज कर जब बाहर आई तब उसे रूम मे इवान नही दिखा, वो बाहर आई तो उसे बालकनी मे इवान खड़ा दिखा, वो उसके पास गई और उसे पीछे से गले लगाकर उसकी पीठ पर अपना सर टिकाते हुए बोली

किआरा :- क्या हुआ इवान जी आप इतने खामोश क्यू है

इवान ने अपने आँशु साफ किये और अपने सीने पर मौजूद किआरा की उंगलियों मे अपनी उंगलिया उलझाई और आँखे खोल सामने देखते हुए बोला

इवान :- अपना ख्याल रखना किआरा

किआरा इवान की बात सुन उसके सामने आई ओर बोली

किआरा :- आप चिंता मत कीजिये इवान जी हम अपना ख्याल रखेंगे, ओर हर बार जैसे ही जल्दी आएंगे आपके पास, लेकिन हमारी गैर मौजूदगी मे आप भी अपना ख्याल रखियेगा, अगर आपने अपना ख्याल नही रखा तो हम आप से नाराज हो जाएंगे

इवान ने किआरा को अपनी बाहो मे भर लिया, जाने क्यू इस बार उसका दिल बहुत बेचैन था जैसे कुछ बहुत बुरा होने वाला हो, उसका मन कर रहा था की वो किआरा को कही ना जाने दे उसे अपने सीने मे छिपा ले लेकिन वो उसे उसके फर्ज़ से पीछे नही हटने देना चाहता था इसलिये उसने खामोश रहना ही मुनासिब समझा ।
किआरा भी उसकी इवान की हालत समझ रही थी की इवान उसके जाने से कितना बेचैन है लेकिन वो कुछ कर नही सकती थी शिवाय उसे शांत करने के, क्युकी वो खुद भी नही जानती थी की इस बार का मिशन कितना खतरनाक है ।
कुछ देर बाद किआरा इवान से अलग हुई और अपने बेग मे से सारी और दूसरी चीजे निकाल जरूरी चीजे रखी और मिशन के लिए चली गई, इवान को पता नही था की किआरा कहा जा रही है क्युकी किआरा ने उसे बताया नही था, किआरा के जाने के बाद उसने काम मे अपना मन लगा लिया क्युकी उसका दिल कितना बेचैन था ये वही जानता था ।








To be continued............

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1 Comments

Gunjan Kamal

28-Apr-2023 10:39 AM

सुंदर भाग

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